चाची जाने कुछ समझी या नहीं पर उठ के जरूर चली गईं। उन्हें समझ आया या नहीं, पता नहीं चाची जाने कुछ समझी या नहीं पर उठ के जरूर चली गईं। उन्हें समझ आया या नहीं, पता...
तब चंचल धीरे से यही डायलॉग मार देती है " गूंगी बहू ले आते बोलती ही नहीं।" तब चंचल धीरे से यही डायलॉग मार देती है " गूंगी बहू ले आते बोलती ही नहीं।"
लड़की की ऐसी सोच पर सबको गर्व करना चाहिए, क्योंकि वह बहू ही घर में जन्नत लाती है। लड़की की ऐसी सोच पर सबको गर्व करना चाहिए, क्योंकि वह बहू ही घर में जन्नत लाती है...
एक छोटे से शहर के किनारे एक शांत जगह पर एक बरगद का पेड़ हुआ करता था। वो बस पेड़ मात्र ह एक छोटे से शहर के किनारे एक शांत जगह पर एक बरगद का पेड़ हुआ करता था। वो बस पेड़ ...
ऐसी ही स्थिति थी और ऐसा समय फिर आएगा जब फिर से यही स्थिति होगी। ऐसी ही स्थिति थी और ऐसा समय फिर आएगा जब फिर से यही स्थिति होगी।
लालच से सबका मन मचला है, क्या खूब ज़माना बदला है। लालच से सबका मन मचला है, क्या खूब ज़माना बदला है।